Shodashi Secrets
Wiki Article
Shodashi’s mantra encourages self-discipline and mindfulness. By chanting this mantra, devotees cultivate higher Manage around their feelings and steps, resulting in a more mindful and purposeful approach to lifetime. This reward supports private expansion and self-self-discipline.
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥९॥
According to the description in her dhyana mantra, Tripurasundari’s complexion shines with the light from the soaring sun. This rosy coloration represents Pleasure, compassion, and illumination. She is demonstrated with 4 arms by which she holds five arrows of bouquets, a noose, a goad and sugarcane like a bow. The noose represents attachment, the goad signifies repulsion, the sugarcane bow signifies the intellect and also the arrows are definitely the five perception objects. In the Sakta Tantra, it's Mother who's supreme, as well as gods are her instruments of expression. By them, she presides in excess of the development, servicing, and dissolution of the universe, in addition to over the self-concealment and self-revelation that lie guiding These 3 pursuits. Self-concealment will be the precondition together with the results of cosmic manifestation, and self-revelation leads to the manifest universe to dissolve, disclosing the essential unity. Tripurasundari represents the point out of consciousness that is also
Shodashi is deeply connected to The trail of Tantra, exactly where she guides practitioners towards self-realization and spiritual liberation. In Tantra, she is celebrated given that the embodiment of Sri Vidya, the sacred awareness that contributes to enlightenment.
केवल आप ही वह महाज्ञानी हैं जो इस सम्बन्ध में मुझे पूर्ण ज्ञान दे सकते है।’ षोडशी महाविद्या
यह उपरोक्त कथा केवल एक कथा ही नहीं है, जीवन का श्रेष्ठतम सत्य है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी की कृपा हो जाती है, जो व्यक्ति जीवन में पूर्ण सिद्धि प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है, क्योंकि यह शक्ति शिव की शक्ति है, यह शक्ति इच्छा, ज्ञान, क्रिया — तीनों स्वरूपों को पूर्णत: प्रदान करने वाली है।
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
षट्पुण्डरीकनिलयां षडाननसुतामिमाम् ।
Celebrated with fervor during Lalita Jayanti, her click here devotees look for her blessings for prosperity, wisdom, and liberation, finding solace in her different sorts and the profound rituals related to her worship.
देवस्नपनं उत्तरवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
ऐसी कौन सी क्रिया है, जो सभी सिद्धियों को देने वाली है? ऐसी कौन सी क्रिया है, जो परम श्रेष्ठ है? ऐसा कौन सा योग जो स्वर्ग और मोक्ष को देने वाला? ऐसा कौन सा उपाय है जिसके द्वारा साधारण मानव बिना तीर्थ, दान, यज्ञ और ध्यान के पूर्ण सिद्धि प्राप्त कर सकता है?
केयं कस्मात्क्व केनेति सरूपारूपभावनाम् ॥९॥
Her narratives normally emphasize her position within the cosmic struggle versus forces that threaten dharma, thus reinforcing her posture being a protector and upholder with the cosmic buy.
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१०॥